Bhakti Shayari : ईश्वर और मनुष्य का प्रेम बड़ा ही निराला होता है ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए लोग तरह-तरह से अपनी भक्ति भाव, श्रद्धा भाव को प्रदर्शित करते है ! भक्त और भगवान के बीच का रिश्ता बहुत ही निराला होता है जो हर किसी के समझ से परे होता है। भक्त अपने भगवान के प्रति प्रेम भाव, श्रध्दा भाव, भक्ति भाव आदि प्रकट करने के लिए भजन, दोहे, गीत आदि का सहारा लेता है।
इसलिए हमने यहां पर भक्ति शायरी का संग्रह प्रस्तुत किया है जिसे आप अपने व्हाट्सऐप स्टेटस, फेसबुक आदि सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते है। तो दोस्तो आज हम आपके साथ Bhagwan par shayari शेयर कर रहे है। हम आशा करते है कि आप सभी दोस्तो को यह शायरियों पसंद आएगी।
Bhakti shayari
मेरे सोचने से पहले ही मैंने सब पाया है
कृपा प्रभु की होने से ही मैंने
अपने मन को तेरी भक्ति में लगाया है.!!
जिसने तेरी भक्ति में मन लगा लिया
उसने ही सही मायने में
जीवन को जान लिया.!!
विश्व में जो शांति स्थापित कर दे
वो बुद्ध पुनः चाहिए हां हमे
युद्ध नही महात्मा बुद्ध चाहिए..!
यहा अमीर गरीब
का फर्क नही होता है
बप्पा के दरबार में सब
एक साथ हाजिर होते है..!
हे प्रभु इस जिंदगी
को अब इस कदर कर दे
दूसरों को खुश रख
सकूं खुद से पहले..!
प्यार करना है तो
बप्पा से करो जो साथ
भी देंगे और हिम्मत
भी नही टूटने देंगे..!
कृष्ण की मुरली के जैसा
प्रेम रूपी संगीत बने
बिरह लिखो तो राधा जैसी
और सुदामा जैसा मित्र बने..!
विघ्न विनाशक गणपति
गजानन सुखधाम
मंगल करता विनायक
पूर्ण करे सब काम..!
Ishwar bhakti shayari
सावन का सोम आज
रिझाओ महादेव को जल
धारा अभिषेक करो
तो भेजेंगे इंद्रदेव को..!
भगवान बुद्ध ने
शांति और सद्भावना
का संदेश दिया है सभी
को मोह माया की डेफिनेशन
से रूबरू कराया है..
मुकद्दर में लिखी हुई
बात हे महादेव
किस्मत की खूबसूरत
सौगात है महादेव..!
मौन है जब बाहर अंतस ध्यान है
वृत्ति एकीकृत मनोरम ज्ञान है..!
उज्जवल बुद्धि
महात्मा बुद्ध होना था
जीवन की आसक्ति
से मुक्त उन्हे होना था..
प्रेम से बिछड़े बुद्ध हो गए
हम भी इस जिंदगी में
तनिक शुद्ध हो गए..!
महादेव की भक्ति में लीन हो जाऊं
उनके अस्तित्व में ही अपना
जीवन विलीन कर जाऊं..!
अमृत है प्यार आपका
अब मौत का भी डर कहां
चले आएंगे पीछे-पीछे
आप जाओगे जहां-जहां..!
Bhagwan ki bhakti shayari
पुत्र हो तो गणपति जी जैसे
जो पूरे जगत को छोड़कर अपने
मां-बाप में ही अपना संसार देखे..!
सब आपकी कृपा है
आज तक जो भी हुआ है
मेरे हंसते हुए चेहरे की
वजह बस आपकी दुआ है..!
ना केवल सावन में रहते है
ना सोलह सोमवार रखते है
हम तो भक्त महाकाल के है
उनकी भक्ति में
हर वक्त चूर रहते है..!
लड्डू जैसा आकार है
और लड्डू से ही प्रेम है
गजाननधारी मुखड़े मे वो
दिखते कितने मनोहर है..
यदि पा ली खुद की
इच्छाओं पर विजय
तो मनुष्य को अन्य किसी
साधना की जरूरत ही नही..!.
तुम ही हो बुद्धि दाता
तुम ही हो भाग्य विधाता
तुम ही तो हो माता पिता
तुम ही हो जगत के पालनहार
और मानवता के कल्याण दाता..!
कान्हा के चरणो की धूल मिल जाए
तो मुझसे ज्यादा भाग्यशाली कौन होगा
उनकी कृपा से ही मेरा जीवन धन्य होगा..!
Bhakti shayari god in hindi
वह सर्वप्रथम पूजनीय भी है
और अलौकिक भी है
वह भक्तों के संकट हर्ता है.
और शुभारंभ का प्रतीक भी है..!
मै सोचता था कि मै
सत्य की खोज कर रहा हूं
लेकिन जब पाया तब
मुझे पता चला कि सत्य
भी मुझे ही खोज रहा था..!
बुद्ध ने कहा है
अपना मुंह तभी खोले
जब आप जो कहने
जा रहे है वह मौन से
अत्यंत सुंदर और सुखद है..!
हो मुरलीधरन की कृपा
तो यू फिर से जिंदगी
सबकी खुशहाल बने
आपकी भक्ति से ही मनुष्य
में इंसानियत जाग उठे..!
बुद्ध होने के लिए
बोध होना जरूरी है
भक्त बनने के लिए पहले
भक्ति का ज्ञान जरूरी है..!
वक्त की बात है क्रोधित होकर युद्ध
आरंभ करूं परंतु मन कहता है
बुद्ध बनकर शुद्ध हो जाऊं..!
बस इतनी सी बात
हमे सबसे कहने दो
साथ आपके या फिर
हमे बैरागी रहने दो..!
नारी तुम स्वयं अपनी
शक्ति का ज्ञान करो
डर के क्यों जीना
थोड़ा तो बलवान बनो..!
सभी की बुद्धि मन विवेक
और भावनाएं शुद्ध हो
ईश्वर करे सब ओर बस बुद्ध हो.!!!
Final words on Bhakti shayari
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