Humsafar shayari80

Humsafar Shayari : आज की इस पोस्ट में हम आपके लिये प्रस्तुत कर रहे है हमसफर से जुड़ी विशेष शायरियाँ, जिन्हे आप अपने हमसफर के साथ साझा करके अपने दिल की बात बता सकते है। सभी को हमेशा सच्चे हमसफर का साथ चाहिये होता है चाहे वह सफर प्यार का हो या आपकी जिंदगी का सफर हो क्योंकि आपके हमसफर का साथ बने रहना भी आपके सफर को नये आयाम देता है।

दोस्तों इस पोस्ट में हम आपके साथ हमसफर शायरी, हमसफर पर शायरी, Dosti humsafar shayari, Matlabi humsafar shayari यूनिक कीवर्ड शेयर कर रहे है। हम गुजारिश करते हैं कि आप सभी दोस्तों को ये प्यार भरी शायरियां पसंद आएगी तो फिर देर किस बात की है तो आइये दोस्तो बिना वक्त गवाये इन शायरियों को पढ़ना शुरू करते है।

Humsafar shayari

कुछ नही बस इतना सा वादा चाहिए कि
कुछ कर गुजरने की चाह में
खुद के साथ मेरा हमसफर चाहिए.!!

कुछ खास तो नहीं किया मैंने आपके लिये
मगर हां मेरा सच्चा हमसफ़र तुम ही हो..!!

तेरे अल्फाजों का आलम
इस कदर चल रहा है
ये बादल अब रोमांटिक
बारिश में बदल रहा है.!!

सफर पर निकले थे
हमसफर से मुलाकात हो गयी
जमाना कहता है इश्क जिसे
तुमसे वही बात हो गयी.!!

रूह-ए-जिंदगी हर वक्त
मेरी आंखों में बसी रहती है
तकदीर तो कभी हमसफर
का चोला पहन आती है..!

बिन कहे ही तूने मुझे
सब कुछ दे दिया है
आंखों से आंसू और दिल
से सारा दर्द ले लिया है..!

अंधेरों को चिरागों
तले पनाह दी है तुमने
इस वीरान पड़ी दिल की
जमी पर बारिश की है तुमने..!

बेशक मुझमें कोई कमी नही है
पर शायद हम हमसफर ही नही है..!

लेता जा साथ जिंदगी
बिताने का वादा
तेरे साथ जाने वाली
तन्हाई ही हम सफर है मेरा..!

हर राही का एक
हमसफ़र होता है
वही उसका
एकमात्र सफर होता है..!

Humsafar shayari in hindi

चेहरे पर तेरे सिर्फ मेरा ही नूर होगा
उसके बाद फिर तू न कभी मुझसे दूर होगा
जरा सोच के तो देख क्या ख़ुशी मिलेगी
जिस पल तेरी मांग में मेरे नाम का सिंदूर होगा!

मंजिल मिलने से दोस्ती भुलाई नहीं जाती
हमसफ़र मिलने से दोस्ती
मिटाई नहीं जाती दूरियों से दोस्ती
छुपाई नहीं जाती।

फिरते हैं कब से दरबदर अब इस नगर
अब उस नगर एक दूसरे के हमसफ़र मैं
और मेरी आवारगी!

कुछ सोचु तो तेरा ही ख्याल आता हैं
कुछ बोलू तो तेरा नाम आता हैं
कब तक मैं छुपाऊँ अपने दिल की बात
तेरी हर एक अदा पे हमे प्यार आता हैं !

मुद्दतों के बाद कोई हमसफर अच्छा लगा
गुफ़्तगु अच्छी लगी ज़ौक़-ए-नज़र अच्छालगा!

मेरी हर ख़ुशी हर बात तेरी हैं
सांसों में छुपी ये हयात तेरी हैं
धड़कनो की धड़कती
हर आवाज़ तेरी हैं!

Humsafar shayari two line 

आपके आने से ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है
दिल में बसी है जो वो आपकी ही सूरत है
दूर जाना नही हम से कभी भूलकर भी
हमे हर कदम पर सिर्फ आपकी ज़रूरत !

जिंदगी देने वाले मरता छोड़ गये
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की
वो जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गये।

जरूरते भी जरुरी हैए जीने के लिये लेकिन
तुझसे जरूरी तो जिंदगी भी नहीं!

कौन है जिसके दिल में खूबसूरत से
हमसफर की चाहत नहीं है
कौन है जिसके हाथ में हमसफर का हाथ
होकर भी राहत नहीं है!

उल्फत में अक्सर ऐसा होता है
आँखे हंसती हैं और दिल रोता है
मानते हो तुम जिसे मंजिल अपनी
हमसफर उनका कोई और होता है!

अब तो वफ़ा करने से मुकर जाता है दिल
अब तो इश्क के नाम से डर जाता है दिल
अब किसी दिलासे की जरूरत नही है
क्योंकि अब हर दिलासे से भर गया दिल।

Shayari on humsafar

राह भी तुम हो राहत भी तुम ही हो
मेरे सुख और दुख को बांटने वाली हमसफर
भी तुम ही हो!

तुम्हारा मेरी जिंदगी में आना मुझे
खुशनसीब कर गया
कमी थी जिस रंग की मेरी जिंदगी में वो
रंग भर गया !

ज़िन्दगी से मेरी आदत नहीं मिलती
मुझे जीने की सूरत नहीं मिलती
कोई मेरा भी कभी हमसफ़र होता
मुझे ही क्यूँ मोहब्बत नहीं मिलती।

ये सितम की रात हैं ढलने को है अन्धेरा
गम को पिघलने को है ज़रा देर इस में लगे
अगर ना उदास हो मेरे हमसफ़र!

ना पूछो हमसफर से दूर रहकर कैसा लगता है
बेसब्री से बस उनसे मिलने का इंतजार रहता है!

मत कर हंगामा पीकर हमारी गली में
हम तो खुद बदनाम है तेरी मोहब्बत के नशे में!

Sacha humsafar shayari

उन्हीं रास्तों ने जिन पर कभी
तुम थे साथ मेरे
मुझे रोक रोक पूछा
तेरा हमसफर कहाँ है!

अब तो मेरी सांसें मेरी धड़कन तुम हो
मैं रूह हूँ तुम्हारा मेरा बदन तुम हो!

कोई अपना हमसे जब भी रूठ जाता है
ऐसा लगता साथ रब छूट जाता है!

सामने मंजिल थी और पीछे उसका वजूद
क्या करते हम भी यारों रुकते तो सफर रह
जाता चले तो हमसफर रह जाता!

यकीन नहीं आता कि वो बेवफा कभी मेरा
हमसफर था
और सब कुछ तो था हमारे बीच बस ना
जाने प्यार किधर था!

रूठना अगर तुम्हारी आदत है
तो तुम्हें मनाना मेरा कर्तव्य है
तुम हजा़र बार रूठोगी
तो मैं लाखों बार मनाऊंगा !

Humsafar ke liye shayari 

रहे जिंदगी में यह कहानी सभी की है
हमराज कोई और है हमसफर कौई और है!

रूठना मत कभी हमें मनाना नहीं आता
दूर नहीं जाना हमें बुलाना नहीं आता तुम
भूल जाओ हमें यह तुम्हारी मर्ज़ी है हम
क्या करें हमें भुलाना नहीं आता।

बातें तो हर कोई समझ लेता है हमसफर
ऐसा हो जो खामोशी भी समझे!

सुन मेरे हमसफर मुझे तुझसे ज्यादा कोई अजीज नहीं
लोग हैं कई लेकिन तुझसे ज्यादा कोई मेरे करीब नहीं!

मेरी जिंदगी मै खुशियां तेरे बहाने से है
आधी तुझे सताने से है आधी तुझे मनाने से है।

जिंदगी की राहों मे मिलेंगे तुम्हें हजारों
हमसफर लेकिन उम्र भर भूल ना पाओगे
वह मुलाकात हु मैं!

Humsafar sad shayari 

उसके आने से घर में रौनक आ गई है
वो पगली अब सांसों में समा गई है!

जीने के लिए जान जरुरी हैं
हमारे लिए तो आप जरुरी हैं
मेरे चेहरे पे चाहे गम हो
आपके चेहरे पे मुस्कान जरुरी हैं!

पहले कुछ दूर तक साथ चलके परख
फिर मेरे हमसफ़र मुझे हमसफ़र बोलना!

एक हमसफर को दूसरे की कद्र करनी
चाहिए क्योंकि यही प्यार का आधार है!

जो उड़ाते थे मेरे सफर का मजाक रफ्ता रफ्ता
मेरे हमसफर हो गए!

बहुत नजदीक से गुजरे वो बेखबर बनकर
कल तलक साथ थे जो मेरे हमसफर बनकर!

Zindagi humsafar shayari 

अपने हमसफर का ध्यान रखना चाहिए
क्योंकि प्यार के बदले हीं प्यार मिलता है!

दो पलना मेरा कभी रूठना
और ना कभी तेरा मनाना
ही हम दोनों को मोहब्बत
को कम कर गया जिन्दगी है
आ हँस बोल के काट लें।

मेरे मरने पर किसी को ज्यादा फर्क नहीं
होगा बस तन्हाई रोएगी कि मेरा हमसफ़र चला गया!

हमसफर अच्छा हो तो दिल हौसला नहीं
हारता है उसका साथ हमें हर मुश्किल से
उबारता है!

ना मेरा कभी रूठना
और ना कभी तेरा मनाना
ही हम दोनों को मोहब्बत
को कम कर गया!

अब इस के बाद घने जंगलो की मंजिल है
ये वक़्त है के पलट जाएँ हमसफ़र मेरे!

Humsafar shayari hindi 

जो उम्र भर साथ निभाए वही हमसफर
होता है वरना लोग साथ जीने-मरने की
कसमें बिना सोचे खा लेते हैं!

तुम्हे हक़ है अपनी ज़िंदगी जैसे चाहे जियो तुम
बस ज़रा एक पलक लिए सोचना मेरी ज़िंदगी हो तुम!

ज़िन्दगी से मेरी आदत नहीं मिलती
मुझे जीने की सूरत नहीं मिलती
कोई मेरा भी कभी हमसफ़र होता
मुझे ही क्यूँ मोहब्बत नहीं मिलती!

अब वक्त भी कह रहा है मुझे अपनी
हमसफर से मिलवाओ
तुम किसी का प्यार पाओ और किसी पर
प्यार लुटाओ!

जो ब-जाहिर हमसे सदियों की मुसाफ़त-
बर रहे हम उन्हें हर शाम अपना हमसफ़र
देखा किये!

Humsafar ki shayari 

सच में प्यार में तभी दर्द होता है
जब साथी अच्छा ना मिले!

कुछ तो हवा भी सर्द थी
कुछ था तिरा ख़याल भी
दिल को ख़ुशी के साथ साथ
होता रहा मलाल भी!

मुझे छोड़ दे मेरे हाल पर तेरा क्या भरोसा
ए हमसफ़र तेरी यु प्यार करने की अदा
कहीं मेरा दर्द और न बढ़ा दे!

आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा
कश्ती के मुसाफ़िर ने समुंदर नहीं देखा !

हमारी तो सिर्फ एक ही ख्वाहिश है
हर जन्म मेरे हमसफर तुम ही बनो!

चाहूँगा तुझे साँस के थमने तक
अब यहीं अपना अज़म-ए-सफर हैं
मैं क्यों देखूँ कमर की तरफ
सब से हसीन मेरा हमसफ़र हैं!

Mere humsafar shayari 

जिंदगी की राहो में मिलेंगे
तुम्हें हजारों हमसफर
लेकिन उम्र भर भूल ना पाओगे
वह मुलाकात हु मैं!

मुझे मोहब्बत हैं तेरे नाम से
तू मेरा सदीयों का ख्वाब हैं
मैं अब अलफ़ाज़ कहाँ से लाऊँ
वल्लाह मेरा हमसफ़र लाजवाब हैं!

जुस्तुजू खोए हुओं की उम्र भर करते रहे
चाँद के हमराह हम हर
शब सफ़र करते रहे!

मेरे बाद किसी और को हमसफ़र बनाकर
देख लेना
तेरी ही धड़कन कहेगी कि उसकी वफ़ा में
कुछ और ही बात थी!

हमसफ़र बनकर
तेरी फिक्र करता हूं
हर शायरी में तेरा
ज़िक्र जो करता हूं!

अगर सुकूँ चाहिए इस लम्हा-ए-मौजूद में भी
आओ इस लम्हा-ए-मौजूद से बाहर निकलें !

Humsafar image shayari 

बातें तो हर कोई समझ लेता है
हमसफर ऐसा हो जो खामोशी भी समझे!

आप हो हमसफ़र
इसलिए सुहाना
लग रहा है हर सफर!

तुझे क्या ख़बर मेरे हमसफ़र
मेरा मरहला कोई और है
मुझे मंज़िलों से गुरेज़ है
मेरा रास्ता कोई और है!

हमसफर बन गए हमनवा बन
तुम मेरे आसमां मेरी जमीन बन गए !

जिंदगी की राहों में मुस्कुराते रहो हमेशा
उदास दिलों को हमदर्द तो मिलते हैं हमसफर नहीं!

Bewafa humsafar shayari 


Final words on Humsafar shayari


हम गुजारिश करते हैं कि आप सभी दोस्तों को हमारी आज की humsafar shayari पढ़ने के लिए पसंद आई होगी। इन शायरियों को अपने दोस्तों को पार्टनर के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कीजिए। इस पोस्ट डेटेड यदि कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में अपने विचार लिखकर भेजिए। हम आपके कीमती विचारों पर रिप्लाई जरूर देंगे।

By 2TryKar

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