Dussehra Shayari : भारत को त्योहारो का देश कहा जाता है। जिनमें दशहरा भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। दशहरे का पर्व हिंदी कैलेंडर के अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है। यह दिन बहुत खास होता है और पूरे भारत के साथ-साथ इसे नेपाल और बांग्लादेश में भी इस त्यौहार को बड़ी धूमधाम से मनाते है। इसी दिन प्रभु श्री राम ने राक्षस राज रावण को मार कर लंका पर विजय हासिल की थी।
तो इसलिए दोस्तो इस त्यौहार को और भी खूबसूरत और हसीन बनाने के लिए हमने आज की न्यू ब्लॉग पोस्ट में आप सभी दोस्तो को विजयदशमी पर कुछ चुनिंदा शायरियो का कलेक्शन लेकर आए है। इसमें हम आपके साथ दशहरा पर शायरी, दशहरा बधाई सन्देश, Dussehra shayari image साझा कर रहे है। हम आशा करते है कि आप सभी दोस्तो को यह शायरियां पसंद आएगी।
Dussehra shayari
दशहरे का त्योहार जीवन में उम्मीद जगाता है
हमारे अंदर की बुराई को खत्म करके
अच्छाई का दीप जलता है..!!
हमारे समाज में सीता को नासमझ कर
सब लोग आज दशहरा मना रहे है
अंदर के रावण को
छोड़ आज पुतले जला रहे है.!!
अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक है दशहरा
जनाब इसीलिये इतना खास है ये दशहरा..!!
अच्छाई की शुरुआत हमसे होती है
बुराई का अंत भी हमी से होना चाहिए..!
जो खुद में राम ना ढूंढ पाए बस
राम-राम चिल्लाते हो रावण छिपा है
खुद के अंदर ही बाहर किसे जलाते हो..!
सबके दिल में प्रभु श्रीराम का वास चाहिए
मन के रावण का दशहरे पर विनाश चाहिए..!
इस दशहरे पर सभी के दुख दूर करती है
मां दुर्गा सभी के जीवन
को खुशियो से भर देती है..!
आने वाली पीढ़ी को नई राह दिखाते है
इस दशहरे पर अधर्म को जलाते है..!
अधर्म पर धर्म के प्रतीक
की चारो ओर जय जयकार हो
इस विजयदशमी पर आपके
द्वार में खुशियां हजार हो..!
दशहरे का पावन पर्व सत्य
की जीत का संदेश दे रहा है
बुराई का रावण अच्छाई
की आग में जल रहा है..!
रावण रूपी विचारो को
मन से दूर भगाना है
इस दशहरे पर हमे
यह संकल्प अपनाना है..!
Dussehra shayari in hindi
प्रभु का नाम लेने से मन
हो जाता है हरा भरा
आप सभी दोस्तो को
तहे दिल से हैप्पी दशहरा..!
याद रखो ये दिन विजय
गाथा का पहला पृष्ठ है
अहं से ही रावण मरा ये
सत्य की जीत स्पष्ट है..!
रावण के पुतले के साथ
अपनी सारी चिंताएं भी जला दो
इस तरह नए अंदाज में
तुम ये दशहरा मना लो..!
अपने अहंकार को
मिटाकर राम बन जाओ
इस दशहरे पर रावण
का पुतला जलाओ..!
जब तक हर इंसान प्रभु
श्री राम के पथ पर चलेगा
तब तक कोई भी रावण
सीता का हरण नही करेगा..!
प्रभु श्री राम ने रखा था
अपनी मर्यादा का मान
इसीलिए बनी थी उनके
व्यक्तित्व की पहचान..!
Happy dussehra shayari
दिल से करे प्रभु
श्री राम की जय
जयकार तभी आएगी
जीवन में खुशियां अपार..!
इस बार दशहरे में
तुम भी कुछ अनोखा देखोगे
जो जला चुके राम को अपने
भीतर उनको दशानन जलता देखोगे..!
लाख अच्छाइयो के
बावजूद भी वो बुरा बन गया
पराई स्त्री का अपहरण
उसे महंगा पड़ गया..!
क्रोध द्वेष और ईर्ष्या
को जड़ से मिटाना है
इस दशहरे पर हमे सभी के
अंदर इंसानियत को जगाना है..!
रावण को शास्त्रो में महा प्रखर
और वेदो का ज्ञान बहुत था
इसलिए वो अपने अहंकार
और अभिमान में अंधा था..!
रावण का लक्ष्य दुनिया
को दर्द देना था
राम का लक्ष्य दुनिया
को खुशियां देना था..!
Vijayadashami par shayari
अपने विवेक से समाज
को नई दिशा देना है
प्रभु श्री राम के जैसा
इंसान हमे बनना है..!
हम भी राम बने रखे
अपनी मर्यादा का मान
तभी बनेगी जग में अच्छे
व्यक्तित्व की पहचान..!
झुक जाती है बुराई अच्छाई
के आगे नियत हो साफ तो
खुशियां आती है तब से आगे..!
बुराई का अंत और
सुख का एहसास हो
श्रीराम बसे आपके दिल में
रावण कभी न आपके पास हो..!
आओ दोस्तो इस दशहरे
पर एक संकल्प लेते है
सभी के दिलो से असत्य
को दूर जाने देते है..!
इस दशहरे पर अमन और
शांति का संदेश लाते है
रावण रूपी विचारो
को मन से दूर भगाते है..!
अज्ञान पर हो जाए ज्ञान की जीत
अंधकार पर प्रकाश की जीत
पाप पर पुण्य पड़ता है भारी
इसी सदभावना से आपके
जीवन में आए खुशियां सारी..!
क्रोध कपट कटुता
का आज सर्वनाश करे
भीतर के रावण को मारकर
श्री राम को नमस्कार करे
इस तरह दशहरे का शुभारंभ करे..!
Final words on Dussehra shayari
आप सभी प्रिय पाठको को हमारी आज की ब्लॉक पोस्ट Dussehra shayari पढ़कर कैसी लगी। आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं। यदि यह शायरियां आपको पसंद आई है तो आप इन शायरियों को अपने चाहने वालों को शेयर कीजिए। इस त्यौहार के बारे में यदि आप हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में अपने कीमती विचार लिखकर भेजिए। हम आपके विचारो पर रिप्लाई जरूर करेंगे।
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