dhoka shayari

Dhoka Shayari : जब कोई दो प्रेमी एक दूसरे से मोहब्बत करते है तो उन्हे हर चीज इस दुनिया में बेहतरीन दिखाई देती है। प्यार एक खुशी हो सकती है प्यार एक दर्द हो सकता है। फिर भी प्यार के रूप में असली कुछ भी नही है। प्यार, इश्क, मोहब्बत इन सभी शब्दों को सुनने में बहुत ही अच्छा लगता है। पर जब अपनी मोहब्बत ही धोकेबाज़ निकलती है तो बड़ा दर्द होता है और फिर लोगो के लिए अपने प्यार को भूलना बहुत मुश्किल होता है।

तो इसलिए दोस्तो आज की न्यू ब्लॉग पोस्ट धोखा शायरी में हम आपके सामने HD क्वालिटी की इमेजेस और यूनीक कंटेंट वाले वाली शायरियां प्रस्तुत कर रहे है। इसमें हम आपके साथ Dhoka bewafa shayari शेयर कर रहे है। तो आइये दोस्तो बिना वक्त गवाये इस पोस्ट को पढ़ना शुरू करते है।

Dhoka shayari

अपनो से धोखे बाजी करने वालो को
मैंने हमेशा गैरो की बाहो में घिरते देखा है..!!

तेरे प्यार में मिली जुदाई
अगर यू गम ना देती
तो मुझमें कुछ तो जिंदा होती मैं..!!

ना बनाओ ताज मोहब्बत में
फना होने का इरादा भी नही
जिनसे है दिल्लगी उनका तो हमसे
बात करने का इरादा ही नही..!!

जनाब बड़ी अजीब आदत है इस अधूरे इश्क की
जिनसे दिल्लगी होती है उसी शख्स को धोखा देती है..!!

पता नही कब खत्म होगी ये जिंदगी
सच में अब जीने का मन नही करता..!!

कैद कर मुझे मोहब्बत की जंजीरों में
वो बेवफा मुझे धोखा दे गयी..!!

कितनी दूर हो गया मैं तेरे पास आते आते
और तेरी कसम मैं भी रो दिया
टूटे दिल के दर्द छुपाते छुपाते..!!

अपने आंसू मत ढूंढ मुझमें तेरा नूर मैं ले जाऊंगी
दूर ही रहना मुझसे टूटी आइना हूं
तुझे जख्म दे जाऊंगी.!!

तू बेजान है जान का मारा है
इश्क बड़ा खुदगर्जी आवारा है..!

हम वो किताब है साहब
जो कभी पढ़े ही नही गये काश हम पर भी
नकाब -ए-जिल्द अच्छी चढ़ी होती.!!

बेवफा तो जिंदगी है साहब
कभी भी धोखा दे सकती है
और हम गलत इंसानों को बताते है..!

Dhoka shayari in hindi

जनाब आदत नही है मेरी
यूं भावनाओ में बहने की
मगर कभी-कभी मेरा दिल
खुद मुझे धोखा दे देता है.!!

यह सच है कि इश्क
का रिश्ता अनोखा है
दिल टूटने पर मिलता
यहां सब को धोखा है..!

बेहतर था बिछड़ जाना हमारा
कब तक एक दूसरे को कोसते रहते हम
जब उन्होने हमें समझा ही नही.!!

कमबख्त दिल को अग़र इश्क़ में लगाओगे
लिख के ले लो धोखा जरूर पाओगे !

मैं कैसे तेरे लिए बुरा सोचूगा
मैंने अपने हर सजदे में तेरे लिए
दुआ मांगी है..!!

जिस की लत में डूबा
ये जमाना है वो इश्क
नही सिर्फ टूटते
दिलों का फसाना है..!

ये जिंदगी सब कुछ अधूरा रह गया
जिसे दिलो जान से चाहते थे
वही दिल तोड़कर दूर हो गया.!!

खाई थी कसमे जो उम्र
भर साथ निभाने की
उसे तोड़कर वो मेरी
जिंदगी से दूर हो गई..!

Dhoka shayari two line

तेरे ख्वाबो को सीने से लगाया है
मैंने फरेबी इंसान से दिल लगाया है.!!

यह मोहब्बत है या है
दर्द का कोई मंजर
चुभती ऐसे जैसे हो
कोई नुकीला खंजर..!

टूटा ये दिल मेरा उनकी बाहो के जोर से
जब पता चला उन्हे इश्क है किसी और से..!

ना जाने कितने दर्द है जो सब्र बन कर नही !
कब्र बन कर उभर रहे है ज़िन्दगी में..!!

सिर्फ आंखें ही नही ये दिल भी रोता है
जब कोई अपना दिल तोड़कर जाता है..!

धोखा देती है अक्सर मासूम चेहरे की चमक
हर काँच के टुकड़े को हीरा नही कहते !

तेरे इश्क में मैं जमाने से लड़ता रहा
तेरे धोखे से ये दिल तड़पता रहा..!

इश्क मे इसलिए भी धोखा खाने लगे है लोग
दिल की जगह जिस्म को चाहने लगे है लोग !

मैंने खाया है चिरागों से इस कदर धोखा मै
जल रही हूँ सालों से मगर रौशनी नहीं होती!

देखा है जिदंगी में हमने ये आज़मा के
देते है यार धोख़ा दिल के करीब ला के !

दिवानगी का सितम तो देखों धोखा
मिलने के बाद भी हम उनको चाहते है !

(Source: msrajsthani music)

Final words on Dhoka shayari


साथियों आज की पोस्ट dhoka shayari आपको पढ़कर कैसी लगी। आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं। यदि आपको यह शायरी अच्छी लगी है तो आप इन शायरियों को सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों और परिजनों के साथ शेयर कीजिए। आप हमारी वेबसाइट Shayarifarm.com के जरिए भी हमसे जुड़ सकते है।

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By 2TryKar

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