Chand Shayari : जब भी हम ज़मीन से चाँद को देखते हैं तो चाँद बहुत ही ख़ूबसूरत नजर आता हैं. बहुत से लोग चाँद-सितारों को देखते-देखते कई कविता, शायरी, गाना और किताब तक लिख दिए हैं. इंसान भले ही चाँद पर पहुँच गया है लेकिन जमीन से देखने पर लगता है कि आज भी चाँद अपने अंदर हजारों राज लिए बैठा हैं.अपने यार की तुलना chand से करना या उसके सामने चाँद को भी फीका बताना ये सब प्यार को और भी खास बनाता है।
तो फ्रेंड से आज की पोस्ट में चांद शायरी मैं हमने आपके लिए HD इमेजेस और यूनीक कंटेंट वाली शायरियां आपके लिए प्रस्तुत कर रहे हैं इस पोस्ट में हम आपके साथ चाँद की खूबसूरती शायरी, पूर्णिमा के चाँद पर शायरी, Chand ki shayari, Shayari on moon शेयर कर रहे है। आइये दोस्तो बिना समय गवाये इस शानदार पोस्ट को पढ़ना शुरू करते है।
Chand shayari
ए मेरे महबूब तू बिल्कुल चांद की तरह है
नूर भी गुरुर भी ओर मुझसे दूर भी..!!
कब आ रहे हो तुम एक मुलाकात के लिए
मैंने चांद रोका है सनम एक रात के लिए..!!
चांद सा मुखड़ा डाल
वो छत पर जो आती है
हाय क्या अदाकारी है
वो हमसे नजरे चुराती है.!!
चाहते तो हम भी तुम्हे एक जमाने से थे
मगर ये चांद कब मोहब्बत
करने वालो का हुआ है.!!
कड़ी धूप में भी हो
जाता है अंधेरा उसके
बिना वह शख्स मुझे
चांद से भी ज्यादा प्यारा है..!
ना छत पर है कभी आता
ना घर से कभी निकलता है
मेरा महबूब जैसे चांद सा
घटाओ में छिपता है..!
सुनो मेरी जान चांद
को जगह दिखानी होगी
बस तुम्हे माथे पर एक
दिन बिंदिया लगानी होगी..!
काश मैं उनका अंबर
वो मेरी चांद बन जाए
कुछ इस तरह हम दोनों
एक दूजे के हो जाए..!
जिंदगी में मानो पूनम की
रोशनी सा उजाला आया है
जब से मैंने उसे अपना
चांद बनाया है..!
एक अदा आपकी दिल चुराने की
एक अदा आपकी दिल में बस जाने की
चेहरा आपका चाँद सा और एक
हसरत हमारी उस चाँद को पाने की !
Chand par shayari
सारी रात गुजारी हमने इसी Intzaar में की
अब तो चाँद निकलेगा AAdhi रात में !
कितना हसीन चाँद सा चेहरा है, उस पर शबाब
का रंग गहरा है, खुदा को यकीन न था वफ़ा पर
तभी चाँद पर तारों का पहरा है !
तू अपनी निगाहों से न dekh खुद को
चमकता हीरा भी तुझे patthar लगेगा
सब कहते होंगे चाँद का tukda है तू
मेरी नजर से chand तेरा टुकड़ा लगेगा !
रात को जब चाँद सितारे चमकते हैं
हम हरदम आपकी याद में तड़पते हैं
आप तो चले जाते हो छोड़कर हमें
हम रात भर आपसे मिलने को तरसते हैं !
देखने के बाद आपको हमें होश कहां रहेगा
हम रहेंगे वहाँ जहाँ चांद हमारा रहेगा !
न चाहते हुए भी मेरे लब पर
ये फरियाद आ जाती है
ऐ चाँद सामने न आए
सनम की याद आ जाती है !
Chand shayari two line
पत्थर की दुनिया jazbaat नहीं समझती
दिल में क्या है वो baat नहीं समझती
तनहा तो चाँद भी sitaro के बीच में है
पर चाँद का दर्द वो raat नहीं समझती !
चाँद के दीदार में तुम
छत पर क्या चली आई
शहर में ईद की
तारीख मुक्कमल हो गयी !
चाँद में नज़र कैसे आए तेरी सूरत मुझको
आँधियों से आसमाँ का रंग मैला हो गया !
कितना haseen चाँद सा चेहरा है
उस पर shabab का रंग गहरा है
खुदा को yakeen न था वफ़ा पर
तभी चाँद पर taaron का पहरा है !
रात भर करता रहा
तेरी तारीफ चांद से
चाँद इतना जला की
सुबह तक सूरज हो गया !
मुझे तो रोक लिया उसे कैसे रोकोगी तुम
वो जब चांद तुम्हें देखेगा उसे कैसे टोकोगी तुम !
Chand shayari in hindi
सुबह हुई कि छेड़ने लगता है सूरज मुझको
कहता है बड़ा नाज़ था अपने चाँद पर अब बोलो !
न चाहकर भी मेरे lab पर
ये fariyad आ जाती है
ऐ chand सामने न आ
किसी की yaad आ जाती है !
चाँद के लिए सितारे अनेक है
लेकिन सितारों के लिए चाँद एक है
आपके लिए तो हज़ारों होंगे
लेकिन हमारे लिए आप एक हैं !
वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा
तो इंतज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से ही मैं !
जिस चाँद के हजारों हो चाहने वाले
वो क्या समझेगा एक सितारे की कमी को !
दीदार- ए- चांद वाली रात आयी है
बाजारों में रौनक और घरों में
खुशियों की सौगात लायी हैं !
बादल चाँद को छुपा सकता है
आकाश को नहीं हम सब को
भुला सकते हैं आपको नहीं !
काश हमारी क़िस्मत में ऐसी भी कोई शाम आ जाए
एक चाँद फ़लक पर निकला हो एक छत पर आ जाए।
Final words on Chand shayari
दोस्तों हमारी पोस्ट chand shayari पढ़ने के लिए धन्यवाद। अगर आपको हमारी शायरी पसंद आई हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं, इसके अलावा ब्लॉग या वेबसाइट से जुड़ा कोई सुझाव या सलाह हो तो जरूर बताएं। हम इसे सुधारने का प्रयास करेंगे। इस चांद शायरी अपने दोस्तों को और परिजनों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कीजिए।