Berukhi Shayari In Hindi : आज की पोस्ट में हम आपके लिये लेकर आये हैं बेरूखी पर महान शायरों के द्वारा लिखी खास शायरी, दोस्तों कई बार हम जिससे बहुत ज्यादा प्यार करते हैं वह किसी कारण से हमसे रूठ जाता है या उससे बात नही हो पाती है तो हमारा मन उदास हो जाता है। हमारी वेबसाइट पर बेरुखी शायरी के अनमोल बोल शेर आपके प्यार और महिलाओं को देखकर मैं आपकी मदद कर सकते है।
तो इसलिए दोस्तों आज की ब्लॉक पोस्ट में Berukhi shayari for wife पर कुछ शानदार शायरी का कलेक्शन लेकर आए है, इन्हे पढ़िए और इन शायरियों को अपने दोस्तो के साथ शेयर कीजिए।
Berukhi shayari
खत भेज के खता की हमने
दिल तोड़ के सजा दी तुमने.!!
ये मोहब्बत भी बड़ी है बेरुखी चीज है जनाब
जिससे होती है उसे दीवाना बना देती है.!!
तेरी बेरुखी मुझे इस कदर सताने लगी है
जैसे बिन मौसम के बरसात होने लगी है.!!
जब जब मुझे लगा मैं तेरे लिए ख़ास हूँ
तेरी बेरुखी ने ये समझा दिया
मैं झूठी आस में हूँ !!
तेरी बेरुखी ने छीन ली है शरारतें मेरी
और लोग समझते हैं कि मैं सुधर गयी हूँ !!
अभी कमजोर हूँ
तो कमजोर ही रहने दो
यूँ बेरुखी से तो
मैं भी पत्थर हो जाऊँगा !!
उदास कयो होता है ऐ दिल
उनकी बेरुखी पर
वो तो बङे लोग है
अपनी मर्जी से याद करते है !!
आखिर क्यों मुझे तुम इतना दर्द देते हो
जब भी मन में आये क्यों रुला देते हो
निगाहें बेरुखी हैं और तीखे हैं लफ्ज़
ये कैसी मोहब्बत हैं जो तुम मुझसे करते हो !!
Berukhi shayari in hindi
नमक भी छिड़क कर देखा जख्मों पर
तेरी बेरुखी ज्यादा दर्द देती है
अब गिला क्या करना उनकी बेरुखी का
दिल ही तो था भर गया होगा !
पहाड़ियों की तरह खामोश है
आज के संबंध और रिश्ते
जब तक हम न पुकारे
उधर से आवाज ही नहीं आती !!
इतनी बेरुखी दिखा कर के तुझे क्या मिलेगा
क्या तू रब है जो मरने के बाद मिलेगा !
कहाँ तलाश करोगे तुम दिल हम जैसा
जो तुम्हारी बेरुखी भी सहे और प्यार भी करे!
तूँ माने या ना माने पर दिल दुखा तो है
तेरी बेरुखी से कुछ गलत हुआ तो है !!
Two line berukhi shayari
मुझसे दुरिया बनाकर तो देखो
फिर पता चलेगा कितना नजदीक हू में !
हमारी चाहत को आपने हमारी
बेरुखी बना दी क्या भूल थी
हमारी जो आपने यह सजा दे दी !
सुकून ए दिल को नसीब
तेरी बेरुखी ही सही
हमारे दरमियाँ कुछ तो रहेगा
चाहे वो फ़ासला ही सही !!
कुछ बेरुखी से ही सही
पर देखते तो हो
ये आपकी नफरत है कि
एहसान आपका !!
हमारी बेरुखी अब इस कदर बढ़ गई है
तुमसे बात तो मुमकिन है
पर हम कोशिश नहीं करना चाहते !
तेरी बेरुखी ने छीन ली है
शरारतें मेरी और लोग समझते हैं
कि मैं सुधर गया हूँ !
Berukhi shayari for girl
जब-जब मुझे लगा मैं तेरे लिए खास हूँ
तेरी बेरुखी ने ये समझा दिया
मैं झूठी आस में हूँ !
चाहते थे हम आपके अल्फाज बनना..
पर आपने तो हमारी बेरुखी चुन ली !
देखी है बेरुखी की आज हम ने इन्तेहाँ
हमपे नजर पड़ी तो वो महफ़िल से उठ गए।
इस बेरूखी पे आपकी यूं आ गई हंसी
आंखें बता रही हैं ज़रा सी हया तो है !
हज़ार शिकवे कई दिनों की बेरूखी
बस उनकी एक हँसी और सब रफा-दफा !
बेवक्त बेवजह बेसबब सी बेरुखी तेरी
फिर भी बेइंतहा तुझे चाहने की बेबसी मेरी !
Berukhi shayari for girlfriend
कोई अनजान नहीं होता अपनी
बेरूखी और खताओं से
बस हौसला नहीं होता खुद को
कटघरे में लाने का !
तुम्हारी बेरूखी ने लाज रख ली
बादाखाने की, तुम आंखों से पिला
देते तो पैमाने कहाँ जाते।
इस क़दर जले है तुम्हारी बेरुख़ी से,
के अब आग से भी सुकून सा मिलने लगा है !!
हजारों जवाब से अच्छी मेरी ख़ामोशी,
न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली।
तेरी ये बेरूखी किस काम की रह जायेगी
आ गया जिस रोज अपने दिल को समझाना मुझे !
कुछ बेरुखी से ही सही
पर देखते तो हो ये आपकी
नफरत है कि एहसान आपका !
Berukhi shayari for bf
भरी सख्ती मिजाज़ों में नहीं पैदायशी
हैं हम किसी की बेरूखी झेली पिघल
के फिर जमे हैं हम !
आज देखी है हमनें भी
बेरुखी की इन्तेहाँ
हम पर नजर पड़ी तो
वो महफ़िल से उठ गए !
तूँ माने या ना माने पर दिल दुखा तो है
तेरी बेरुखी से कुछ गलत हुआ तो है !
कभी ऐसी भी बेरुखी देखी है तुमने ”ए दिल“
लोग आप से तुम तुम से जान
और जान से अनजान हो जाते हैं!
उनका गुरूर कम पड जाए ऐ-खुदा,
मुझे मेरे इश्क़ में इतना गुरूर दे
वो नाम भी ले मेरा तो कदम लड़खड़ाये
ऐ-खुदा, बेरुखी में उसे ऐसा सुरूर!
तेरी बेरूखी ने ये क्या सिला दिया मुझे
ज़हर गम-ए-जुदाई का पिला दिया मुझे
बहुत रोया बहुत तड़पा कई रातों तक मैं
पर तुमने एक कतरा भी आँसू नहीं दिया मुझे !
Teri berukhi shayari
सुकून ए दिल को नसीब तेरी बेरुखी ही
सही।
हमारे दरमियाँ कुछ तो रहेगा चाहे वो
फ़ासला ही सही!
तेरी बेरुखी को भी रुतबा दिया हमने
तेरे प्यार का हर क़र्ज़ अदा किया हमने
मत सोच के हम भूल गए है तुझे आज
भी खुदा से पहले याद किया है तुझे
डर तो उसे भी होगा बिछुड़ने का मुझसे
मेरी बेरुख़ी से वो सहम क्यों नही जाता !
ये तो अच्छा है कि दिल सिर्फ सुनता है
अगर कहीं बोलता होता तो क़यामत आजाती।
अब इश्क में बेरुखी न दे मुझको
बेहद गुम़ा रहा है तेरे इश्क पे मुझको !
ये तेरी बेरुख़ी की हम से आदत ख़ास
टूटेगी, कोई दरिया न ये समझे कि मेरी
प्यास टूटेगी,तेरे वादे का तू जाने मेरा
वो ही इरादा है, कि जिस दिन साँस टूटेगी
उसी दिन आस टूटेगी.
berukhi shayari for boys
इन बादलो का मिजाज मेरे महबूब सा है
कभी टूट कर बरसते है कभी बेरुखी से गुजर जाते हैं !
अब शायद उसे किसी से मुहब्बत ज़ुरुर हो
मैं छीन लाया हूँ उस से उम्र भर की बेरुख़ी !
तेरी सादगी का कमाल है मै इनायत समझ
बैठा तेरी बेरुखी भी चुप सी है मै मुहब्बत समझ बैठा
शिकायत न करना किसी से बेरुखी
की..इंसान की फितरत ही होती है.
जो चीज़ पास हो उसकी कद्र नही करता.!
रहने दे अभी गुंजाइशें जरा अपनी
बेरुखी में इतना ना तोड़ मुझे कि
मैं किसी और से जुड़ जाऊँ !
जिंदगी क्यो इतनी बेरुखी कर रही है
हम कौन सा यहा बार-बार आने वाले है !
Sad berukhi shayari
तेरी बेरुखी मेरी आदतों में शामिल है
तू मोहब्बत से पेश आये तो अजीब लगताहै !
रिश्तों में इतनी बेरुख़ी भी अच्छी नहीं हुज़ूर
देखना कहीं मनाने वाला ही ना रूठ जाए तुमसे !
तू हमसे चाँद इतनी बेरुखी से बात करता
है हम अपनी झील में एक चाँद उतरा छोड़ आए हैं ।
लोगो की बेरुखी देखकर तो अब
हम खुश होते है,आँसु तो तब आते है
जब कोइ प्यार के दो लफ्ज कहता है !
दो चार लफ्ज प्यार के लेके मैं क्या करू
देनी है तो वफ़ा की मुकम्मल किताब दे।
ज़रा तल्ख़ लहज़े में बात कर ज़रा बेरुख़ी से पेश आ !
मैं इसी नज़र से तबाह हुआ हू मुझे देख न यूँ प्यार से !
कोई रिश्ता जो न होता तो
तूं खफा भी न होता
फिर भी न जाने क्यों येँ बेरुखी
तेरी महोब्बत का पता देती हैं
Main tujhe tab bhi pyar karta tha
तेरी बेरुखी में बहका हूं ना होश है
आज भी मुझे रख दे दिल पर हाथ
ज़रा पहचान जाऊं तुझे !
तेरी बेरुखी है तो क्या हुआ
तेरी यादों का रुख आज भी मेरी तरफ
ही है !जब भी तन्हा देखती है मुझे
अपना समझकर बहलाने चली आती है !
मेरी खामोशियां गुस्सा बहुत भरा पड़ा
है दिमाग में इश्क जो बेहिसाब करता हूं उससे !
Final words on Berukhi shayari
तो दोस्तों हमारी आज की पोस्ट berukhi shayari आपको कैसी लगी हम उम्मीद करते हैं, कि आपको यह शायरी बहुत पसंद आई होगी आप इस बेरुखी शायरी को अपने व्हाट्सएप स्टेटस के रूप में उपयोग कर सकते है।