Mahakal Shayari in Hindi : इस सृष्टि की रचना त्रिदेव शक्ति ने की है जिसमें ब्रह्मा, विष्णु और महादेव है। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण योगदान भगवान भोले शंकर का रहा है। इन्होने इस सृष्टि को कठिन परिस्थितियों में भी जब मानवता विनाश के कगार पर थी। तब भी भगवान भोले शंकर ने आगे आकर सृष्टि की रक्षा की समुद्र मंथन के समय समुद्र की नाभि से निकला कालकूट विष बाबा भोलेनाथ ने ही पीकर पृथ्वी की रक्षा की थी।
तो इसलिए आज की हमारी इस पोस्ट में दोस्तो Mahakal shayari two line साझा कर रहे है। आप इन शायरियो को पढ़िए। और इन्हे अपने दोस्तो और परिजनो के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कीजिए।
Mahakal shayari
मेरे कारण अगर किसी को तकलीफ हुई है तो
हे महाकाल मेरे हिस्से की खुशियां उन्हे दे देना..!!
ना दौलत चाहिये ना शोहरत चाहिये
मेरी जिंदगी में सिर्फ महाकाल की कृपा चाहिये..!!
महाकाल के भकत है हम इसलिए
पापियों के लिए शख्त है हम..!!
महादेव से जुड़कर
अब किसी से ना जुड़ पायेगे
चलेंगे तेरी राह अब
मुड़कर ना देख पायेगे..!!
ये सृष्टि है महादेव की ये सृजन उन्होने किया है
देव दानव मानव सब शिव के है
शिव ने ही धारण ये जगत किया है..!!
महाकाल की महिमा अपरंपार है
इसीलिए तो हर भक्त इनकी
भक्ति में गुलजार है.!!
मेरी आवाज से ही
मेरी तकलीफो को जाना है
महाकाल ने मुझसे बेहतर मुझे माना है.!!
Mahakal ki shayari
महाकाल की शरण में जो भी भक्त आते है
उनके सारे दुख दर्द मिट जाते है.!!
समझाने वाले जमाने में हजार है
पर समझने वाले सिर्फ महाकाल है..!
करोड़ो पर भारी एक भस्म धारी
आपके इशारे से चलती ये दुनिया सारी..!
मिलता है सुकून
तुम्हे याद करके होती है
शुरुआत दिन की मेरी
महादेव को प्रणाम करके..!
जिसके सर पर रहे
महाकाल की छाया
बाकी सब है
इस जगत में मोह माया..!
महाकाल से लगाव
कुछ इस कदर रखता हूं
हर पल बस महाकाल
का नाम जपता हूं..!
मैं महादेव की भक्ति में लीन हो जाऊं
खुद को जमाने से दूर महाकाल
की भक्ति में पाऊ..!
Mahakal shayari status
जो भक्त महाकाल की भक्ति में लीन रहते है
वही इस फरेबी संसार में खुश रहते है.!!
विष्णु सर्प शाही है गले शंकर भी भुजंग धारे है
आपके ही आशीर्वाद से हमारी
जिंदगी में खुशियों के उजियारे है..!!
चारो तरफ छाया है मौत का मंजर
आप ही बसे है महाकाल सब के अंदर..!
आपने इस सृष्टि को विनाश
होने से बचाया कई बार है
आपका मानवता पर बड़ा उपकार है !
पीते हैं जो भांग का प्याला नीला है
कंठ जिनका निराला ऐसा गुरु है
बाबा भोलेनाथ हमारा !
जब सुकून नही मिलता
दिखावे की बस्ती मे
तब खो जाता हूँ मेरे
महाकाल की मस्ती मे !
क्या करूँगा मै
अमीर बन कर
मेरा महाकाल तो
फकीर का दीवाना है !
Attitude mahakal shayari
किस्मत के द्वार खुल जाते है उनके
महाकाल साथ खड़े होते है जिनके.!!
एक हाथ में त्रिशूल
दूसरे हाथ में रुद्राक्ष की माला
मेरा भोले बाबा है संसार का रखवाला !
सारा ब्रह्मांड झुकता है जिस के
कदमों में मेरा प्रणाम है उस
भोले शंकर के चरणों में !
भोले की भक्ति में लीन रहता हूं
पीके भांग मैं नींद में रहता हूं !
दिखावे की मोहब्बत से दूर
रहता हूँ इसलिये मै महाकाल
के नशे मे चूर रहता हूँ !
माया को चाहने वाला
बिखर जाता है और
महाकाल को चाहने
वाला निखर जाता है !
उस घर जाना है मुझे
जिस घर का नाम केदारनाथ
और जहां के मुखिया का नाम भोलेनाथ है !
Final words on Mahakal shayari
दोस्तो हमारी पोस्टmahakal shayari को पढ़ने के लिये आपका शुक्रिया। अगर आपको हमारी महाकाल शायरी पसंद आई है तो हमे कमेंट करके ज़रूर बताये, और इससे सम्बन्धित कुछ भी सुझाव अगर आप हमे देना चाहते हो तो हमें कमेंट बॉक्स मे कमेंट करके दे सकते है। और आप हमे Facebook, Instagaram और Pinterest पर भी फॉलो कर सकते है।
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